2022 तक हाई-स्पीड नेटवर्क की शुरूआत होने की संभावना
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे की चार महानगरों दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता को आपस में जोडक़र यात्रा समय घटाने की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत तीव्र गति नेटवर्क के अगस्त 2022 तक शुरू होने की संभावना है। सूत्रों ने यह सूचना देते हुए बताया कि इसके तहत 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तीव्र गति नेटवर्क शुरू किया जायेगा। इस नेटवर्क पर ट्रेनों की मौजूदा औसत गति लगभग 88-90 किलोमीटर प्रतिघंटा है। स्वर्णिम चतुभुर्ज नाम की इस परियोजना के तहत चार प्रमुख शहरों को जोडऩे वाले सेमी-हाई स्पीड मागोज के 10,000 किलोमीटर नेटवर्क के निर्माण का विचार है और इसके भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर 15 अगस्त, 2022 को शुरूआत होने की संभावना है। गत 28 नवम्बर को हुई एक बैठक में रेलवे बोर्ड ने चार महानगरों-दिल्ली-मुम्बई, दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-चेन्नई, चेन्नई-हावड़ा, चेन्नई-मुम्बई और हावड़ा-मुम्बई को परस्पर जोडऩे की रूपरेखा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। नीति आयोग ने परियोजना का मूल्यांकन किया है और इसे कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, हम रूपरेखा को अंतिम रूप दे र